
यमुनानगर (हरियाणा): बीती रात हुई मूसलधार बारिश ने एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल सरस्वती शुगर मिल को भारी नुकसान पहुंचाया है।
मिल के गोदाम में भरा बारिश और नाले का पानी करीब 2.2 लाख क्विंटल चीनी को खराब कर गया, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग ₹97 करोड़ थी।
अधिकारियों के मुताबिक, कुल नुकसान ₹50 से ₹60 करोड़ तक हो सकता है।
कहां से आया पानी?
मिल के जनरल मैनेजर राजीव मिश्रा ने बताया कि गोदाम के पीछे से नगर निगम का एक नाला गुजरता है।
लेकिन नाले पर हुए अवैध कब्जे के कारण पानी की निकासी बाधित हो गई और बाढ़ का पानी सीधे गोदाम में घुस गया।
“रात के समय बारिश तेज़ हो गई। आधी रात को हमारे सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि पानी अंदर आ रहा है। चीनी एक नमी खींचने वाला पदार्थ है, जिससे नुकसान बहुत तेज़ी से हुआ। अभी तक का अनुमान है कि लगभग 40% चीनी बर्बाद हो चुकी है,” – राजीव मिश्रा
पहली बार हुआ ऐसा हादसा
मिल प्रशासन के अनुसार, इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब पूरी चीनी फैक्ट्री जलमग्न हुई हो। मौके पर क्रेन और अन्य उपकरणों से पानी निकाला जा रहा है।
टीम नुकसान का आंकलन करने में जुटी हुई है।
बाजार पर असर?
हालांकि फैक्ट्री को भारी वित्तीय झटका लगा है, लेकिन स्थानीय बाजारों में चीनी की सप्लाई पर फिलहाल असर पड़ने की संभावना कम बताई जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अधिकारियों की लापरवाही ऐसे ही जारी रही, तो यह भविष्य में खाद्य सुरक्षा और मूल्य नियंत्रण के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।